बहरोड़ (ख़बराना डेस्क) कस्बे के पटेल नगर में छह मार्च को पुस्तक विक्रेता की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु मामले में भिवाडी एएसपी विपिन शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा किया।एएसपी शर्मा ने बताया कि छह मार्च को कस्बे के पटेल नगर में पुस्तक विक्रेता विक्रम सिंह की हत्या उसके पिता बलवंत सिंह और पत्नी पूजा ने मिलकर सुबह करीब तीन बजे रस्सी से गला घोंटकर कर दी तथा हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा बचने के लिए म्रतक के सुसराल पक्ष को कहा कि बाथरूम में स्लिप होकर गिरने से शरीर में चोट लगी होगी।ऐसे में ससुर व पुत्रवधू ने हत्या को आत्महत्या का रूप देकर परिजनों व रिश्तेदारों को गुमराह करने का कार्य किया।
डेढ़ वर्ष पूर्व बने पुत्रवधू के साथ अवैध सम्बंध
मृतक विक्रम सिंह की पत्नी व उसके पिता के आपसी अवैध सम्बंध करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उसकी माँ की कैंसर के चलते मृत्यु होने के बाद बने।ऐसे में विक्रम ने अपनी पत्नी व पिता को घटना के दिन संदिग्ध परिस्थितियों में देख लिया था।जिसके चलते दोनों ने मिलकर उनका राज उजागर नहीं हो इसके लिए विक्रम की रात को करीब तीन बजे हत्या कर दी।और हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए दोनों ने पहले उसकी रस्सी से गला घोंटकर हत्या की ओर उसके बाद पंखे से चुन्नी बांधकर लटका कर उसके शव को बैड के बगल में चुन्नी काटकर डाल दिया।ताकि लोगो को यह हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या ही लगे।
पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष बलवंत सिंह व उसकी पुत्रवधू पूजा के आपस में अवैध सम्बंध पिछले डेढ़ वर्ष से चल रहे थे।लेकिन दोनों के अवैध सम्बंध के बारे में घर में किसी को पता नहीं चला।लेकिन छह मार्च की रात को मृतक विक्रम सिंह ने दोनों को रात दो से तीन बजे के बीच आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया और उनका भांडा नहीं फूटे इसके लिए दोनों ने मिलकर विक्रम की हत्या कर दी और उसके बाद अपने बचाव के लिए पूरी कहानी रची।
सीएलजी सदस्य भी है पूर्व अध्यक्ष
अवैध सम्बन्धों के चलते पुत्रवधू के साथ मिलकर अपने बेटे की हत्या करने वाला पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष बलवंत सिंह सीएलजी सदस्य भी है और थाने पर आयोजित होने वाली बैठकों में महिला अपराधों को लेकर पुलिस अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़ा करता रहता था।
नहीं दिखा बेटे की हत्या का कोई गम
पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष द्वारा अपनी पुत्रवधू के साथ मिलकर बेटे की हत्या करने का कोई गम उसपर नजर नहीं आया।बुधवार को जब पुलिस ने मामले का खुलासा किया तो पुलिस जब आरोपियों के फोटो सैशन करवाने लाई तो पूर्व मंडल अध्यक्ष पर बेटे की हत्या करने का बिल्कुल भी भय नहीं था।वही मृतक की पत्नी घूंघट निकाले बैठे रही।
पुलिस थाने के बाहर जमा हो गए लोग
पुस्तक विक्रेता विक्रम सिंह की हत्या करने के मामले में जब पुलिस बुधवार शाम को मामले का खुलासा करने लगी तो इस दौरान पुलिस थाने के बाहर लोगो की भीड़ इकट्ठा हो गई और सभी लोगो के मुंह से सिर्फ यही निकल रहा था कि जो व्यक्ति दुसरो को सलाह मशवरा देता रहता था वह इतनी गन्दी हरकत कर सकता है।ऐसे लोग समाज के लिए कलंक है।क्योंकि व्यापार मंडल अध्यक्ष रहने पर सभी व्यापारी उसकी एक बात पर तैयार रहते थे आज वहीं उसकी हरकतों को लेकर ताने मार रहे है।
डीएसपी की रही आरोपी को पकड़ने में अहम भूमिका
व्यापारी की हत्या के बाद डीएसपी आनंद राव ने टीम गठित कर लोगों से जानकारी जुटाकर अहम सबूत के साथ आरोपियों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई। इस दौरान एडिशनल एसपी अतुल साहू एडिशनल एसपी नीमराणा जगराम मीणा थानाधिकारी सुणी लाल मीणा,डीएसटी टीम सदस्य संजय दत्त कपिल शर्मा सहित पुलिस जवान उपस्थित रहे
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