झालावाड़ (केडीसी) जिला कोविड अस्पताल में देर शाम संक्रमित रोगी की उपचार के दौरान मौत के बाद मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया और चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हाथापाई कर डाली।
घटना की सूचना मिलते ही मेडिकल कॉलेज से बड़ी संख्या में रेजिडेंट डॉक्टर भी पहुंच गए और मामला बिगड़ गया।
हालांकि मामले की भनक लगते ही एसडीएम मोहम्मद जुनेद और डीएसपी अमित कुमार सहित कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और समय रहते दोनों पक्षों को अलग किया और किसी तरह मामले को शांत कराया।
जिला कोविड अस्पताल में भर्ती मृतक प्रताप सिंह शक्तावत के पुत्र ने बताया कि उसके पिता गत 15 दिनों से जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती थे, जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
लेकिन स्थिति में मामूली सुधार आते ही उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया, जबकि उनका ऑक्सीजन लेवल भी काफी कम चल रहा था।
ऐसे में परिजनों द्वारा नर्सिंग स्टाफ व रेजीडेंट चिकित्सकों से सीनियर डॉक्टर्स को बुलाने की गुहार लगाई गई,लेकिन रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अभद्रता करते हुए उपचार से ही मना कर दिया और मरीज की मौत हो गई।
ऐसे में मरीज की मौत के लिए चिकित्सकों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया। इधर जिला अस्पताल के रेजिडेंट चिकित्सकों व मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने मृतक के परिवार पर अभद्रता और मारपीट का आरोप लगाते हुए अस्पताल अधीक्षक संजय पोरवाल के माध्यम से कोतवाली पुलिस को शिकायत दी है।
बरहाल एसडीएम मोहम्मद जुनेद और डीएसपी अमित कुमार ने चिकित्सकों व मृतक रोगी के परिजनों को समझाइश कर मामले को शांत किया और मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया। साथ ही सुबह पोस्टमार्टम होने तक के लिए अस्पताल परिसर में भी अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया है।
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