शाहजहांपुर (केडीसी) जमीन के बढते दामों के चलते बिगडते जमीर के किस्सों के बीच भूमाफियाओं के आगे पुलिस एवं प्रशासन भी बेदम नजर आते है। ताजा मामला थाना क्षेत्र के गांव हुलमाणाकलां का है। जहां 18 बीघा जमीन पर कब्जे की नीयत से दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने खडी फसल पर टैक्टर चला फसल को नष्ट करने के साथ खेत मे पडी करीब चार सौ मण कडवी को भी जलाकर नष्ट कर दिया। इतना ही नहीं भूमाफियाओं ने जमीन मालिक के घर पर भी खाली बोतलों, पत्थरों से हमला किया। मजे की बात ये रही की पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस कंट्रोल रुम को सूचना देने के बाद पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन बिना कार्रवाई किये वापस लौट गई ।
इधर पुलिस के रवैये से बेखौफ हुऐ भूमाफियाओं ने खेत मे खडे दर्जनों हरे पेड काट बोरिंग को भी मशीन बुलवा नष्ट कर दिया व खेत के चारों ओर तारबंदी कर दी । पीड़ित पक्ष द्वारा भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी को मामले से अवगत करवाने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को डेढ दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं मे मामला दर्ज किया है।क्या है मामला…. हुलमाणाकलां मे खसरा संख्या 430, 431, 80, 83, 84, 85 जो मातादीन चौहान के नाम थी। मातादीन की मौत के बाद इस जमीन की देखरेख उनकी बेवा वेदबाई करती थी। चुंकी वेदबाई के संतान नहीं होने के कारण उन्होंने अपनी देख रेख के लिये 1993 मे अपने भतिजे तिगडाना निवासी सुरेन्द्र पुत्र चतरसिहं को रख लिया।
सुरेन्द्र ने जमीन के लालच मे आकर अपनी पत्नी ललिता के साथ मिलकर वेदबाई की नवम्बर 1994 को हत्या कर दी थी। वेदबाई की मौत के बाद ये जमीन विरासत के तहत मातादीन के भाई जयसिंह एवं गोवर्धन के नाम इंतकाल इंद्राज हो गई थी।अब क्या है विवाद….9 नवम्बर 2021 को सुरेन्द्र की बेवा ललिता की मौत हो गई थी। मौत के बाद ललिता की पुत्री दीपीका, देविका ने उक्त 18 बीघा जमीन पर हक जताते हुऐ दाह संस्कार इसी शर्त पर करने पर अड गई की उसे जमीन मे हक दिलवाया जाये। प्रशासन की मौजूदगी मे उक्त जमीन मालिक वीरसिंह चौहान पुत्र गोर्धनसिहं एवं अजीत वगैरह पुत्र जयसिंह ने स्वेच्छा से दोनों पुत्रियों को 6 बीघा जमीन देने पर सहमति जता दी एवं मौके पर ही प्रशासन की मौजूदगी मे पैमाईश करवा कब्जा दे दिया था। लेकिन हुलमाणाकलां सहित हरियाणा के करीब एक दर्जन से अधिक लोगों ने वीरसिंह, अजीत वगैरह की उक्त 18 बीघा जमीन पर टैक्टर चला फसल को नष्ट कर दिया एवं खेत मे रखी चार सौ मण कडवी को आग लगा दी, दर्जन से अधिक हरे पेड नष्ट कर दिये एंव बोरिंग नष्ट कर दी थी। पीड़ित परिवार का आरोप है की उन्होंने अनेकों बार थाने मे फोन किया लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची । कंट्रोल रुम मे फोन करने के बाद पुलिस पहुंची लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की एवं नाही उनकी रिपोर्ट दर्ज की। पीड़ित द्वारा भिवाड़ी एसपी को सूचना देने के बाद पुलिस ने मामले मे डेढ दर्जन से अधिक ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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