रवि कुमार सैनी
शाहपुरा के पंचायत समिति परिसर में ग्राम विकास अधिकारियों ने सोमवार को काले कपड़े पहन कर वादाखिलाफी आंदोलन के तहत धरना दिया जो शाम तक चला। इस आंदोलन के कारण पिछले 25 दिन से गांवों में विकास कार्य ठप पड़े हैं। ग्राम पंचायतों में जन्म, मृत्यु, विवाह, नामांतरण, पेंशन, श्रमिक सत्यापन, जनाधार सत्यापन सहित कई दूसरे काम नहीं हो रहे हैं।उल्लेखनीय है कि प्रदेश भर में लिखित समझौते को लागू करने सहित तमाम मांगों को लेकर 4 अगस्त से ही ग्राम विकास अधिकारी संघ की ओर से प्रदेशभर में कलमबन्द असहयोग आंदोलन किया जा रहा है। विभिन्न कार्यों को लेकर दर्जनों लोग दैनिक कार्यों को लेकर ग्राम पंचायत आते हैं, लेकिन कलम बंद आंदोलन के चलते मायूस लौटना पड़ता है।उपशाखा शाहपुरा के अध्यक्ष ईश्वर सिंह व उप शाखा महामंत्री राकेश सिंह निर्वाण ने बताया कि प्रशासन गांव के संग अभियान में आंदोलन के दौरान संघठन से एक अक्टूबर व 11 दिसंबर 2021 को किए गए लिखित समझौते लागू नहीं करने से ग्राम विकास अधिकारियों में जबर्दस्त आक्रोश है। आठ माह बाद भी आदेश जारी नही होने से ग्राम विकास अधिकारी संघ ने मजबूरन पुनः आंदोलन शुरू किया है।इस दौरान पंचायत समिति क्षेत्र के सोहन लाल सामरिया, महेश कुमार बालोटिया, फूलचंद रेवाड, विजय घोसलिया, सीताराम यादव, किशन चंद जाट, प्रवीण गजराज, बालकृष्ण लाटा, मणिकांत मिश्रा, रामधन जलुथरिया, शंकरलाल डोडवाडिया सहित सभी ग्राम विकास अधिकारी मौजूद थे।
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