खबराना बिल्लूरामसैनी
कोटपुतली भीषण गर्मी के बीच आई बारिश से जहां एक ओर क्षेत्रवासी राहत महसूस कर रहे है. वहीं कस्बे के फौजावाली- अमरपुरा, नई कोठी और हाऊसिंग बोर्ड समेत आस-पास के नागरिकों के लिए वार्ड नं. 4 स्थित ईटली वाली ढ़ाणी के लोगों के लिए यह बारिश पुन: परेशानी का नया सबब लेकर आई है.
मौसम की पहली ही बारिश में पानी से लबालब हुआ ईटली वाला जोहड़ अब स्थानीय नागरिकों के लिए नासुर बन चुका है, जिसने उनके जीवन को नरक बना दिया है. दो दिन से हुई क्षेत्र में बारिश से जोहड़ शहर के गंदे पानी से एक बार फिर लबालब होकर गंदा पानी उक्त आम रास्तों पर जमा हो चुका है, जिससे स्थानीय नागरिकों को आवागमन के साथ-साथ गंदे पानी से उठने वाली दुर्गन्ध के कारण लोगों का जीवन दुभर हो गया है.
जयपुर-दिल्ली राजमार्ग के सिक्स लेन विस्तारीकरण के बाद उभरी इस समस्या का स्थाई समाधान तमाम प्रयासों के बावजूद भी नहीं निकल पा रहा है. शहर के बीचों बीच से राजमार्ग के निकलने के बाद पानी का ढलान गौपालपुरा रोड़ क्षेत्र में होने के कारण लगभग आधे शहर का गंदा पानी ईटली वाले जोहड़ में जमा होता है, जिसकी निकासी के लिए अभी तक किए गए सभी प्रयास विफल हुए है. स्थानीय नागरिकों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ राज्य और केन्द्र सरकार तक गुहार लगा चुके है लेकिन फिर भी समाधान ना होने के कारण हजारों लोगों को प्रतिदिन परेशानी से दो चार होना पड़ रहा है.
क्षेत्रीय विधायक और गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव के प्रयासों से राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त फंड भी जारी किया गया था, जिससे नगर पालिका मंडल कोटपूतली द्वारा करोड़ों रूपयों की लागत से पाइपलाइन बिछाकर और मोटर लगाकर समस्या के समाधान के प्रयास किए गए लेकिन ओवरफ्लो जल भराव और तकनीकी समस्याओं की वजह से इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकला और उक्त परियोजना विफल हो गई. ईटली वाले जोहड़ की समस्या का स्थाई समाधान केवल कस्बे में सीवरेज लाइन का निर्माण ही है.
कोटपूतली के लिए सीवरेज लाइन को राज्य सरकार द्वारा हाल ही के बजट में स्वीकृत भी किया जा चुका है लेकिन दो चरणों में बनने वाली सीवरेज लाइन को पहले मुख्य कस्बे की ओर बनाया जाएगा, जिसका कार्य शुरू होने में भी अभी काफी वक्त लग सकता है, ऐसे में द्वितीय चरण का काम कब शुरू होगा यह तो वक्त ही बता पाएगा.
सीवरेज लाइन के द्वारा ईटली के जोहड़ के पानी की निकासी में वर्षों का वक्त लग सकता है, तब तक स्थानीय नागरिक इसी प्रकार समस्या से जुझते रहेगें या उन्हें कोई राहत मिलेगी यह सरकार की इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है. अब सबसे बड़ी समस्या तो ये रहेगी इस बार मानसून अच्छा रहने वाला है. अच्छी बारिश होने के कारण इटली जोहड़ के पास रहने वाले लोगों की समस्या और भी दनीय हो जाएगी, समय रहते अगर इसका सुधार हो जायेगा तो सही नहीं तो लोग इस नर्क भरी जिंदगी में डूब मरने को तैयार है.
जोहड़ के किनारे रहने वालों के घरों में गंदा पानी घुसना आम बात है. पानी में से कई बार सांप और दूसरे जहरीले जानवर घरों में घुस जाते हैं. बरसात के समय मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है. इस जोहड़ में कई लोग डूब भी चुके हैं और एक शख्स की तो मौत भी हो गई थी. पास ही में कई स्कूल और मंदिर भी बने हुए हैं. छात्र-छात्राओं के सामने इस गंदगी के अंदर से गुजरने के अलावा बाकी कोई चारा नहीं बचता है. हैरानी इस बात की है कि तमाम जगह शिकायतें और ज्ञापन देने के बावजूद कोई हल नहीं निकला.
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