साबी नदी के पेटे मे अण्डरग्राऊण्ड पाईप के ज़रिये छोडा औद्योगिक अपशिष्ट एवं कैमिकल युक्त पानी…
जानकारी के बाद भी जिम्मेदार खामोश, प्रशासन के मौन का खामियाजा भुगत रहे है ग्रामीण
मुण्डावर ( संदीप यादव) बेखौफ औद्योगिक इकाईयां, खामोश प्रशासन के चलते तेजी से अतिक्रमण का शिकार हो रही साबी नदी अब जहरीली हो गई है। मामले को लेकर अनेकों बार ग्रामीणों ने प्रशासन को चेताने का प्रयास किया लेकिन आंखों पर ठीकरी रखने की कीमत वसूल रहे जिम्मेदारों के मौन के चलते कभी क्षेत्र के जलस्तर को शीर्ष पर रखने वाली ये नदी हरियाणा के बावल औद्योगिक क्षेत्र से अण्डरग्राऊण्ड पाईपों के जरिये छोडे जा रहे औद्योगिक अपशिष्ठ एवं जहरीले कैमिकल युक्त पानी के चलते पर्यावरण एवं वन जीवों की मृत्यु का कारण बन गई है। कैमिकल युक्त पानी के चलते नदी पेटे मे खडे बडे बडे वृक्ष भी उजड गये है वही जहरीला पानी के चलते भूजल की गुणवत्ता मे भी काफी गिरावट आई है। मामले को लेकर जिला पार्षद संदीप फौलादपुरियां, समाजिक कार्यकर्ता सुरेश यादव, महेश यादव ने बताया की मुण्डावर उपखण्ड का गांव अहीर भगोला हरियाणा सीमा से लगता हुआ है।
बावल औद्योगिक क्षेत्र की सैकड़ों औद्योगिक इकाइयां हर रोज सैकडों गैलन जहरीला पानी उगल रही है। राजस्थान मे प्रशासन की खामोशी का फायदा उठा बावल औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगपति एवं प्रशासन ने मिलकर पाईप लाईन के जरिये औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले अपशिष्ट एवं कैमिकल युक्त जल को साबी नदी मे छोड रहे है।
मामले को लेकर ग्रामीण रेवाड़ी जिला कलेक्टर, अलवर जिला कलेक्टर, राजस्थान एवं हरियाणा प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड सहित मुण्डावर प्रशासन को भी अवगत करवा चुके है। लेकिन मामले को लेकर दोनों ही राज्यों के जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई कदम नहीं उठाया है। जिला पार्षद संदीप फौलादपुरियां ने समस्या के शिघ्र समाधान नहीं होने पर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
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