भिवाड़ी (दीक्षित कुमार ) भिवाड़ी के अंदर संचालित उद्योग इकाइयों को की वजह से प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड एवं रीको के द्वारा बंद किए जाने के मामले में भिवाड़ी के उद्योगपति गत 5 दिनों से रीको कार्यालय यूनिट फर्स्ट के सामने धरने पर बैठे है। उद्योगपतियों की मुख्य मांग भिवाड़ी के अंदर सड़कों की मरम्मत करना एवं रीको अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने सहित बन्द उद्योग इकाइयों को चालू करने की है। मंगलवार को इस मामले ने तूल पकड़ लिया और उद्योगपतियों ने रीको चौक मैन हाईवे को जाम कर दिया।
मौके पर एडिशनल एसपी अरुण माचा , डीएसपी हरिराम कुमावत सहित फूलबाग थाना अधिकारी जितेंद्र सोलंकी व भारी पुलिस जाब्ता पहुंचा एवं जाम को खुलवाया गया। इसी बीच विधायक संदीप यादव उद्योगपतियों के बीच पहुंचे जैसे ही उद्योगपति एवं विधायक के बीच बातचीत शुरू हुई तो प्रदूषण एवं उद्योग इकाइयों के द्वारा छोड़े जा रहे गंदे पानी को लेकर नोकझोंक शुरू हो गई, एक तरफ जहां उद्योगपतियों ने उद्योग इकाई अब बंद कर यहां से चले जाने की चेतावनी दी तो वही विधायक संदीप यादव ने उद्योग पतियों के समक्ष किसानों को लाकर खड़ा करने की चेतावनी दे डाली और गलत काम नही होने देने की बात कही।
इस बीच एडिशनल एसपी अरुण माच्या ने उद्योगपतियों एवं विधायक के बीच समझौता बैठक का प्रस्ताव रखकर बैठक कराई , बैठक के दौरान कुछ मुद्दों पर सहमति जरूर बनी लेकिन कुछ मुद्दे बे नतीजा ही रहे । गौरतलब है कि गत 5 वर्षों से प्रशासन की इस कार्रवाई का खामियाजा उद्योगपति भुगत ते आ रहे हैं । भिवाड़ी की उद्योग इकाईयों से राज्य सरकार को 40 से 45 प्रतिशत रेवेन्यू जाता है।
भिवाड़ी औद्योगिक एरिया में लगभग चार हजार छोटी बड़ी औद्योगिक इकाइयां है जिनमें से ग्यारह सौ उद्योग इकाइया बीएमए से संबंध है एवं 400 उद्योग इकाइयों पर एनजीटी सहित प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की गाज गिरी हुई है। इन 400 उद्योग इकाइयों पर ताला लटका हुआ है, जिससे इन में काम करने वाले लगभग साठ से सत्तर हजार मजदूर बेरोजगार हो चुके हैं। ये मजदूर फैक्ट्रियां तो जा रहे हैं लेकिन काम कुछ भी नहीं है।
उद्योगपतियों के सामने इनको तनख्वाह देने सहित बिजली का बिल व अन्य ख़र्चे को मेंटेन करना मुसीबत साबित हो रहा है । इन समस्याओं से परेशान होकर ही उद्योगपतियों ने धरने प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार किया है ।
बहरहाल मौके पर उद्योगपतियों के साथ पहली बार भारी संख्या में मजदूरों की भीड़ जमा है एवं मौके पर माहौल तनाव पूर्ण बना हुआ है। उद्योगपतियों एवं प्रशासन के बीच किसी भी तरह का समझौता होता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
इस दौरान बीएमए के पूर्व अध्यक्ष बृज मोहन मित्तल ने बताया की विधायक समस्याओं को हल करने के लिए नहीं बल्कि उलझाने के लिए आए हैं। विधायक अनावश्यक बातें कर मामले को उलझा रहे हैं। अगर समस्याओं का हल नहीं हुआ तो उद्योगपति धरना प्रदर्शन लगातार जारी रखेंगे।
इधर विधायक संदीप यादव ने बताया कि उद्योगपतियों की सभी समस्याओं का समाधान जल्दी ही किया जाएगा लेकिन उद्योगपतियों को भी मनमर्जी से काम नही करने दिया जाएगा। उद्योग इकाईयां बन्द हो जाए कोई फर्क नही पड़ता लेकिन जनता को नही मरने दिया जाएगा।
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