रामगढ़ (केडीसी) अलावड़ा की पीएचसी पर होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम के अनुसार वैक्सीनेशन कार्यक्रम को पीएचसी प्रभारी डाक्टर भानु बंसल ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए पलीता लगाया। स्थानीय और दूर दराज के गांवों से टीका लगवाने आए लोगों को सुबह साढे दस बजे से ही वापिस लौट जाने को कहा गया। भीड़ जमा होने पर महिलाओं ने हंगामा किया।
लेकिन डाक्टर ने किसी की नहीं सुनी और सभी को वापस लौट जाने की जिद पर अड़े रहे। तंग आकर बारह बजे वैक्सीन लगवाने आए लोग हंगामा करने के बाद बैरंग लौट गया। पीईईओ द्वारा मदद के लिए लगाया स्टाफ भी वापस लौट गया।ग्रामीणों की सूचना पर मीडिया द्वारा डाक्टर भानु बंसल से बात करनी चाही लेकिन डाक्टर भानु बंसल ने कहा कि इस बारे में आप ब्लाक सीएमएचओ से बात करें मैं कुछ नहीं बोलूंगा । बीसीएमएचओ को फोन लगाया गया लेकिन उनके द्वारा रिसीव नहीं किया गया।
इस बारे में पीईईओ सतपाल सिंह से पूछने पर उन्होंने बताया कि पिछले छः माह से राष्ट्रीय कार्यक्रम वैक्सीन टीकाकरण जारी है जिसमें कुछ स्टाफ हमारी तरफ से तो कुछ स्टाफ पीएचसी का मिलकर कार्यक्रम को बदस्तुर चलाया जा रहा है। लेकिन जिस दिन भी हमारे द्वारा आॉनलाईन रजिस्ट्रेशन करने के लिए पंचायत सहायक को नहीं भेजा जाता उसी दिन पीएचसी पर टीकाकरण करने में पीएचसी प्रभारी को परेशानी होने लगती है। जबकि पीएचसी का अधिकतर स्टाफ कम्प्यूटर चलाना जानता है और ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकता है। इसके अलावा प्रत्येक पीएचसी और ग्राम पंचायत पर दो कर्मचारी कोविड सहायक भी सरकार द्वारा लगाए गए हैं जिनकी ड्युटी ओनलाईन व ओफलाईन कार्य करना और टीका लगाने तक की है।
आज हमारे द्वारा ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन कार्य करने वाले कर्मचारी की माताजी की तबीयत खराब होने के कारण छुट्टी पर जाने की सूचना डाक्टर भानु बंसल को सुबह 8:45 पर मैसेज कर दे दी गई और अपने स्तर पर स्टाफ से ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था करने को लिख दिया गया इसके अलावा तीन कर्मचारियों की ड्युटी सुबह 9:30 बजे से ड्युटी देने के आदेश दे भेज दिया गया जिसमें तीनों कर्मचारी दस बजे से पहले ही पीएचसी पर ड्युटी देने पंहुच गए उसके बावजूद भी पीएचसी प्रभारी ने आज टीकाकरण नहीं करने दिया।
इस बारे में कोविड ब्लाक प्रभारी डॉक्टर अंबिका पटेल से फोन पर पूछा तो बताया गया कि उन्हें डाक्टर ने 12 बजे सूचना दी कि पीईईओ द्वारा भेजा गया स्टाफ अब आया है अब मैं क्या करें मैं टीकाकरण नहीं कराऊंगा। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल स्टाफ दस बजे से पहले आ गया था केवल कम्प्यूटर चलाने वाला अध्यापक 11बजे आया था।
सरकार द्वारा आज कल जितने भी कर्मचारियों को नियुक्त किया जाता है उन सभी के द्वारा आरएससीआईटी का प्रमाण पत्र लगाया जाता है यानी सभी को बैसिक कम्प्यूटर ज्ञान और चलाना आता है। लेकिन पीएचसी का समस्त स्टाफ केवल ओपीडी के समय सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक रुकता है उसके बाद पीएचसी पर ताला लगा रहता है जबकि डॉक्टर और स्टाफ को 24 घंटे हेडक्वार्टर पर रुकना अनिवार्य है।तिलवाड़,गुजरपुर ,अलावडा़ से आए लगभग सौ से अधिक युवक युवतियों और महिलाओं को बैरंग लौटना पड़ा ।
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